दिल्ली में एक दिल देलादेने वाला मामला सामने आया है। यहां कर्ज में डूबे एक व्यापारी ने अपनी ही मौत की सुपारी दे दी। उसने ऐसा अपने परिवार को खुश रखने के लिए किया उसने सोचा था कि उसके मरने के बाद बीमे के पैसे से परिवार खुश रहेगा। लेकिन अब पुलिस ने उसकी जान लेनेवाले लोगों को पकड़ लिया है। उसका ये सोचना गलत था। उन्होंने जो साजिश की थी उसका पर्दाफाश किया दिल्ली पुलिस ने। लोगों का कहना है क्या कोई अपनी मौत की सुपारी दे सकता है।
9 जून को पटपड़गंज से लापता कारोबारी गौरव बंसल का शव रणहौला में एक पेड़ से लटका मिला। पुलिस ने मर्डर की गुत्थी को सुलझाते हुए एक नाबालिग समेत चार आरोपियों को पकड़ लिया। पुलिस का दावा है कि कारोबारी गौरव बंसल कर्ज में डूबे थे। उनका खुद का मोटा इंश्योरेंस था। प्लान के हिसाब से गौरव बंसल खुद का मर्डर कराने के लिए रणहौला पहुंचे जहां एक शख्स ने उनके हाथ बांधे और फिर चारों ने हत्या करके पेड़ पर लटका दिया। गौरव बंसल 37 वर्षीय कारोबारी था।
ये मामला एसीपी नांगलोई आनंद सागर की देखरेख में इंस्पेक्टर सहीराम मीणा के नेतृत्व में जाँच के लिए टीम बनाई गयी। इस घटना को अंजाम देने में सूरज ,मनोज ,सुमित और एक नाबालिग ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। उन लोगों का कहना है कि गौरव ने उन्हें 90000 दिए ताकि इंश्योरेंस के एक करोड़ उसके परिवार को मिल सके गौरव ने फरवरी 2020 में 6 लाख का पर्सनल लोन लिया था। इसके बाद गौरव के क्रेडिट कार्ड से उनकी बिना जानकारी के 3.50 लाख की पेमेंट भी हुई थी। इसकी जानकारी मयूर विहार थाने में दी थी लेकिन कुछ पता नहीं चला जिससे उसकी मुलभुत आवश्कताओं के लिए उसके पास रुपए नहीं बचे और वह कर्ज में डूब गया परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। परिवार में कलह से वह परेशान था।
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