राफेल विमानों की पहली खेप बुधवार को फ्रांस से भारत पहुंच गई । भारत में राफेल विमान के पहुँचते ही पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ गई है। एक तरफ जहा इन विमानों के आने से ठीक पहले पाकिस्तान के एयरफोर्स चीफ पाकिस्तान आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा से आपात बैठक करते है। वही दूसरी और पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि भारत अपनी जरूरतों से कहीं ज्यादा हथियार जुटाने में लगा हुआ है। पाकिस्तान ने वैश्विक स्तर पर भी अपील कर भारत को हथियार जमा करने से रोकने की अपील की है।
बुधवार को भारत में राफेल विमानों के आने के बाद राजनाथ सिंह ने ट्वीट के जरिये कहा "भारत में राफेल विमानों का पहुंचना हमारे सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत है। यह मल्टीरोल एयरक्राफ्ट निश्चित ही हमारी वायुसेना की ताकत को बढ़ाएंगे। जो हमारी क्षेत्रीय अखंडता को चुनौती देने की मंशा रखते हैं, उन्हें वायुसेना की इस नई क्षमता से चिंतित होना चाहिए।"
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आयशा फारूकी ने अपनी साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हमने वो रिपोर्ट देखी, जिसमें यह बताया गया है कि भारतीय वायुसेना को पांच राफेल विमान की पहली खेप मिल गई है। यह बेहद परेशान करने वाला है कि भारत लगातार अपनी जरूरतों से ज्यादा हथियार जमा कर रहा है। भारत अब दूसरा सबसे बड़ा हथियारों का आयातक देश बन गया है। यह दक्षिण एशिया में रणनीतिक स्थिरता को बुरी तरह से प्रभावित कर रहा है।' उन्होंने कहा, 'भारत द्वारा क्षमता से ज्यादा हथियार जुटाना पाकिस्तान के लिए भी अच्छा संकेत नहीं हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस पर ध्यान देना चाहिए।'
राफेल अत्याधुनिक लड़ाकू विमान है जो आकाश से जमीन पर और आकाश से आकाश दोनों में ही दुश्मन पर धावा बोलने में सक्षम है। यह एक बार ईधन भरने पर लगातार 10 घंटे तक उड़ान भर सकता है। यह एक मिनट में ही राफेल 60000 फीट की उंचाई पर जा सकता है और 2130 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार पकड़ सकता है। इसकी मारक क्षमता करीब 3700 किमी तक है। यह अति आधुनिक मिसाइलों और हथियारों से लैस हैं और यह परमाणु मिसाइलों के संचालन की भी पूरी क्षमता रखता है।
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